आज देखो ये रूत कैसी आयी है, मोबाइल से प्रेम है और दुनिया हरजाई है। अकेले होकर भी हम अब अकेले नहीं, इस छोटे से यंत्र में सारी दुनिया जो समाई है। आज इसके आगे रिश्ते लगते सब झूठे हैं, दूरी कम की या बढ़ाई ये बात न समझ आई है। कल जब हकीकत में जरुरत हमको आयेगी, कोई न होगा पास किसी के दूरी जो इसने बनाई है। तब चीखेंगे चिल्लायेंगे तन्हा फिर हो जायेगें, तब महसूस हमें होगा आज बहुत तन्हाई है। जी लेंगे सब यूं तो फिर भी गुमसुम तन्हा, क्यूंकि तब सब होगें तन्हा और बची तन्हाई है। 'किरन' आज बहुत तन्हाई है बची सिर्फ तन्हाई है... 'किरन' #NojotoQuote आज फिर तन्हाई है #mobile #loneliness