On the Border मेरी कलम नही चलती है नभ के चांद सितारों पर ना उपवन की कलियों पर ना सत्ता के दरबारों पर मै लिखता हूं शौर्य धरा का और भारत की शान लिखूंगा लिख दिया शौर्य यदि सैनिक का तो पूरा हिंदुस्तान लिखूंगा प्रकाश व्दिवेदी कविता सैनिक और राखी का प्रथम अंतरा