कॉलेज वाली चाय की टपरी, न जाने किन पलों को याद कर रहीं थी , शायद अपने आप को महसूस कर रहीं थी । ठंडी ठंडी हवाएं ओर कॉलेज वाली टपरी की गरम चाय , बारिश की बूंदों के साथ मैं घुलती जा रही थी । पहली बार केंटीन मैं अकेले जो बैठी थी । एक एक करके सभी पल गुजरते जा रहे थे , कोलेज में होकर भी ये यादें पुरानी होती जा रही थी । दोस्तों के साथ की हुई गपशप , देर शाम तक रिकॉर्ड का काम , बहुत से हसीन पल थे कोलेज की यादों में । आज अकेले बैठकर सारे पल अा गए जहन में । लगा जैसे ज़िन्दगी के सफ़र में सब आगे बढ़ गए , भविष्य की दौड़ में सब दूर हो गए । #nojotohindi #moments