फाँसी का फंदा किसी फूलो से कम न था वो भी डूब सकते थे किसी की मोहब्बत में पर वतन उनके लिए किसी मासूक से कम न था कोटि ,कोटि, नमन, ©Arvind Pratap फाँसी का फंदा #shaheeddiwas