झील पर बादल बरसता है हमारे देश में, खेत पानी को तरसता है हमारे देश में, मायूसिया कुछ इस कदर फैली है दिलों में, पागल (फौजी) और दीवानों को छोड़कर, कौन हंसता है हमारे देश में। जय हिन्द झील पर बादल बरसता है