बस खुली किताब की तरह तुम हमेशा जीवंत रहना मेरे जीवन के हर पड़ाव में जब भी मन में कुछ सवाल आए पहली हीं पन्नों में तेरा हर जवाब आए तुझे पढ़ू तो नई उम्मीद जगे कुछ बनूं तो तेरी उम्मीदों की डोर बनूं तुझमें छपे जो प्यार हैं उसे पढ़ कर अगर कुछ हासिल करूं तो तुम मेरे लिए मेरे जीवन की सांस बनो बस खुली किताब की तरह तुम हमेंशा जीवंत रहना मेरे जीवन के हर पड़ाव में ✍️ विशेखानन्द #Truelove #TruefeelingsQuotes #Nojoto