एक आस एक उपन्यास और *अंजली* जीते हैं शब्दों से उपन्यास, उपन्यास में जीने वाले शब्द, घटनाएं..पात्र... कल्पना लग सकती है, मगर घटती हैं जीवन में आसपास, भावना की स्याही में भीगे शब्द, कभी देते खुशी कभी करते उदास, पढ़ने वाले तो अनुमान लगा सकते, लिखने वाले को होता असल एहसास,