Nojoto: Largest Storytelling Platform

"औरत" सागर सी अथाह वायु सी द्रुतगामी लहरों सी चंच

"औरत" 
सागर सी अथाह
वायु सी द्रुतगामी
लहरों सी चंचल
सूरज सी तेजोमय
धरती सी ममतामय
पर्वतमालाओं सी 
सशक्त,दृढ़ और निश्चल
वृक्षों सी उदार
फूलों सी कोमल, 
सुगंधित और खूबसूरत।
सृष्टि की रचियता 
फिर भी क्यों उसे
समझा गया,
पैरों की धूल,
रिश्तों में शूल
तिरिस्कृत, नाज़ुक
और पैदा करने की भूल?
क्यों हमेशा दिए गए उसे ताने?
चाहे वो कितनी भी सही हो, 
फिर भी क्यों चाहा सभी ने,
वही अपनी गलती माने?
जो है सवेदनाओं की प्रतिमूर्ति
करती है सभी की जरूरतों की
आपूर्ति।
फिर भी उठाया जाता उसी का फायदा
क्यों सिखाया जाता उसी को कायदा?
चाहे पिता हो, भाई हो, पति हो, ससुर हो या हो बेटा,
सबने अपने अपने हिसाब से उसे
हमेशा ही लूटा।
एक बात याद रखना, 
संबंधों की फिक्र करती है वो,
इसीलिए सारे अन्याय सहती है वो।
प्रेम, स्नेह, प्यार, क्षमा 
और त्याग की संपूर्ति है वो।
उसे कमज़ोर समझने की कोशिश ना करना,
जरूरत पड़ने पर दुर्गा और काली भी है वो।
आभा जैन"मश्क"

©Abha Jain
  Happy International
💗 Women's Day💗
#Woman #happywomensDay #international_womens_day #womensday2023 #womensday #abhajain #mrsindia #empoweringwomen
 Garima Taneja Sunita Saini (Rani)