चार पांच महीनों बाद आज घर में रौनक सी थी| मौजमस्ती का माहौल था, सभी को रक्षाबंधन की ख़ुशी थी| दिन भी ना काफ़ी जल्दी ढल गया, बातें भी न पूरी हुई सभी का लौट जाना हुआ| नोकझोंक थी आज तक़रार और प्यार भी था, बच्चों की मस्ती थी बहनों का लाडप्यार भी था| बड़ी जगह फ़िर भी घर छोटा लग रहा था, सभी नियमों का पालन करते त्यौहार मनाया जा रहा था| काफ़ी दिनों बाद #withcollabratingyourquoteandmine #रक्षाबंधन #खुशीयाँ #yqdidi #काफी_दिनों_के_बाद #भाई_बहन_का_प्यार #त्यौहार_प्यार_का