कुमारी लता मंगेशकर लिखना ! शब्दों का चयन हल्का हो गया है, तुच्छ लगे,वजन हल्का हो गया है। जिसने भी चयनित किया यह शब्द फिर, भारी मन, चलन हल्का हो गया है। अविवाहित,क्ंवारेपन को तुला-आयु - तौलते,क्यूं फन हल्का हो गया है । गीत गाये कई जिसने वजनदार, वजनी 'स्वर' , 'वरण' हल्का हो गया है। 'सुश्री' कहते,लिखके क्या 'कुमारी' मान, माने क्या, मनन हल्का हो गया है। गायिका,स्वर-कोकिला,या कि भारत-रत्न, ये क्या बस,कथन हल्का हो गया है। है दिया सम्मान, अच्छा ,उज्र न,पर उम्र, अवस्था ? , वचन हल्का हो गया है । ©BANDHETIYA OFFICIAL कुमारी नहीं, सुश्री लिखते । #LataMangeshkar