क्या है मेरी पहचान !हिंदू,,, मुस्लिम,, सिख,,ईशाई,,।। सब धर्मो में से मुझे अपनेपन की है खुशबू आई,।। फिर क्यू मेरी पहचान बस एक धर्म से कराई।।। सूरज ,,,चाँद उस रब ने नही बांटा ,,,,,तो इन्शानो को क्यू अलग अलग धर्मो में काटा।।।। #क्यू#socho....#mat_bato_hame_dharmo_aur_jatiwo_me#mat_karo_ensaniyat_se_juda_apne_matlb_ke_liye#