शहादत के किस्से, इंक़लाब की कहानी पन्नों पर सिमट कर, न रह जाये क़ुर्बानी 23 मार्च, भारत के इतिहास का एक काला दिन है। आज के दिन भगत सिंह, सुखदेव तथा राजगुरु को फांसी दे दी गई थी। आज के दिन को लोग 'शहीद दिवस' के रुप में मनाते हैं। मगर अफसोस कि इनकी क़ुर्बानी बस पन्नों और दिनों में सिमट कर रह गई है। लोग बस एक-दो दिन के लिए याद करते हैं इन्हें और फिर भूल जाते हैं। बेहतर है कि कहानियों से आगे बढ़ कर इनकी खूबियों को भी आत्मसात करने की कोशिश की जाये। जय हिंद जय भारत . #yqdidi #hindi #twoliner #bhagatsingh #शहीद #कुर्बानी #1909avinash