आखिर पेड़ कब तक हरे रहते जड़ो को भूलने के बाद, परिवार बिखरते चले गए बड़ो को भूलने के बाद , सुना है ,आजकल पानी भी बंद बोतलों में बिकता है ,पर वतन की मिट्टी की सौंधी खुशबू नहीं आती है, घड़ो को भूलने के बाद .... #Pariwar, #Mitti , #Vatan, #Shayari, #Sharif