#Pehlealfaaz रोशनी में रोशन वो चिराग अपना था, भ्रमरों ने समझा वो पराग अपना था! दिलों में धड़कता सुना था चांद के भी; वीरानियों में गुंज़ता वो राग अपना था। DR mehta Ek ahsaas..... life is nothing