बदल जाते है लोग वक़्त की तरह, जैसे बदलता है शासन तख्त की तरह कहते लोग कड़वे बोल न सोचते जरा विशवास मे भी विष का वाश है भरा सच्चा कोई है नही नसों के रक्त की तरह किस्से बोलू किस्से कह दू हृदय की ज़रा #बदलतेहैलोगबक्तकीतरह #nojoto #Da_real_kunal #poem