लड़खड़ाते कदमों को संभाल जिसने चलना सिखाया टूट कर ख़ुद सब को जोड़ना सिखाया,उस पिता को शुक्रिया, जीवन की हर धूप को अपने आँचल में छुपा कर हमे अपने ठंडे साये में पाला,ऐ माँ तेरा शुक्रिया। बचपन की सपनों की आस लिए जवानी में सो गए रात के अँधेरो में हम कहीं रास्तों में ही खो गए, थाम कर हाथ सही दिशा बताया भटके हुए मुसाफ़िर को मंज़िल तक पहुँचाया,ऐ गुरु तेरा शुक्रिया। तेरी हर बात का,हर साथ का,अच्छे बुरे हालात का तेरी धूप का,तेरी छाँव का,तेरे हर बरसात का, हर सांस का,हर ख़्वाब का,उम्मीद के सैलाब का, जो भी तूने सिखाया,तुझसे जुड़ी हर उस बात का ऐ जिंदगी तेरा शुक्रिया। शायद न मिले तू कल की सुबह....! ए ज़िन्दगी तेरा शुक्रिया शायद तू न मिले कल की सुबह। #teachersday2020