तेरा नाम हथेली पर लिख के मिटा दिया, एहसास से भरी बारिश में तेरी यादों से सजा दी महफ़िल, पल में तनहाई का आलम मिटा दिया, मैं मुझमें कहाँ हूँ अब मैंने तेरी हस्ती पर खुद को भी मिटा दिया। दिल का मसला दिल समझे..दिमाग में हलचल नहीं मचती, तेरे वादों का ऐतबार है, हाँ ज़िन्दगी तुझसे प्यार है, ज़िद्दी ख्वाहिशें जरा इस मौसम की बारिश की बूँदों सी है, खुद को टूटकर मुक्कमल होना चाहती है, धरती के आगोश में समा जाएगी जलधारा बनकर बह जाने की तमन्ना है। कभी लिखते हैं, कभी मिटाते हैं। #मिटादिया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi