क्या फिर कभी कोई #भगत_सिंह आएगा ? नहीं , वह एक ही थे और हजारों साल के इतिहास में ऐसा कोई दूसरा नहीं आना .. एक #धूमकेतु की तरह संसार के अंधेरे में अपनी चमक बिखेरी और उतनी ही तेजी से वापस चले गए , लेकिन थोड़े समय की उस रोशनी से आज लाखों-करोड़ों #नौजवान प्रेरणा लेते हैं - बुराई रूपी अंधेरों से लड़ने की , और #इंकलाब के रास्ते पर अपना सर्वस्व निछावर करने की.. व्यक्तिगत तौर पर मेरे जीवन में उनका प्रभाव और उनकी छाप बहुत ज्यादा है परंतु अफसोस इस बात का है कि जिस महान मकसद के लिए उन्होंने हम #नौजवानों की जिम्मेदारी तय की थी हम उसको आज तक भी पूरा नहीं कर पाए हैं । वह मकसद है - आर्थिक और #सामाजिक बराबरी का मकसद , देश के गरीब किसान मजदूर को समाज में सम्मान से जीने का #अधिकार दिलाने का मकसद , व्यक्ति द्वारा व्यक्ति की लूट को खत्म करने का मकसद .. आइए आज हमारे प्रेरणा स्त्रोत शहीदे आजम सरदार भगत सिंह की जन्म जयंती पर महान #आत्मा को नमन करके इस महान उद्देश्य के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने का संकल्प लें और पुनः भारत राष्ट्र को एक #लोकतांत्रिक और #समतामूलक समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध हों .. शहीद भगत सिंह जन्म जयंती की सभी साथियों को #प्रेरणा दिवस के रूप में बहुत-बहुत शुभकामनाएं और परम प्रभु से प्रार्थना कि वह हमें शहीदे आजम के मकसद को पूर्ण करने के लिए शक्ति प्रदान करें .. इंकलाब जिंदाबाद..