जैसे कोई मेहमान आया हो घर पर मौसम भी मेहमानों की तरह मेहरबान जैसे कोई न्यौता मिला हो हर दर पर शरमाये कभी खिल जाए जैसे बागबान । कान्हा जी आये, माखन खाने लम्बोदर जी आये मोदक खाने घर की बेटियाँ अंगना में आई और बनाये मीठी मीठी पकवान । कभी पति के लिए तो कभी बच्चों हर बहुएँ करती व्रत पूजा कर्म दिन पूरा हर्ष से भरी रहती है घर मे खिलखिलाहट बहुत सी यादें लिये सितम्बर इस तरह गुजरा ।। सितंबर किस तरह गुज़रा?... #सितंबर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #beti #माँ