चलो हवा पे दोड लगाएं एक झूले पर तुम और एक पर हम लेहराएं तजूरवै के लटैं बीखराकर ईस सफर को चुम जाऐं चलो हवा पे दोड लगाएं । मञिल् सफर् का अजाये तो मुस्कुरा देना बिछ्डना तो कुदरत का नीयम है ईसे हम कयों धबराऐं चलोना हवा पे दोड लगाएं । ©Maheswaree Swain (RANU) #alonevision