WhatsApp, sms के इस दौर में मैं चाहता हूं हम खत लिखें प्रिये क्या होता था इंतज़ार खत का कैसे होता था व्यवहार ख़त का कैसी होती थी खुशबू ख़त की हम तुम बीते दौर का सब जियें प्रिये WhatsApp, sms के इस दौर में मैं चाहता हूं हम खत लिखें प्रिये! ©_बेखबर #Hindi #hindi_poetry #hindiwriters #hindipoet कविताएं हिंदी कविता