होती हैं जब यह बरसात तब मुझे तुम्हारी याद आती हैं, भीग जाती हैं रिमझिम फुहार से जब वो शाम, उस रात मुझे तुम्हारी याद आती हैं, सावन का महीना यह हैं, आज बहार हर ओर जब छा जाती हैं तब मुझे तुम्हारी याद आती हैं, हां, सुबह जब आंख खुलती नहीं हैं चाय के इन्तजार में, तब तुम्हारी खूब याद आती हैं, हां हर रोज, हर वक्त ,हर जगह तुम्हारी याद आती हैं....!! तुम्हारी याद आती है... #यादआतीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi