पागल , सोदाई,दीवाना, ये नाम ,कुछ लोग, लेते हैं मेरे लिए , और मै हूं ही ,इस काबिल , वैसे वाकई , कईयों के नज़रों में चड़ गया हूं ।। कोई फायदा नहीं होता ,कभी किसी को समझाने का , खुद की नींद ,टूट जाए बहुत है । जोगा ,कभी ना कर कोशिश ,लोगों की नज़रों में , अच्छा बनने की , तेरा एक ग़लत कदम ,सारी अच्छाइयां भूला देगा , इतना बुरा भी ना बन , की खुद की ही नज़रों में ,गिर जाए ।। और ,जोगा ,दूसरों की नज़रों में , तो बंदा कभी उठ ही नहीं सकता ।। ZOGA BHAGSARIYA RAJASTHANI KAFIR ZOGA GULAM