एक स्त्री के प्रेम में पड़ा पुरुष, लुहार के भट्टी में तपता कठोर लोहे की तरह होता हैं, स्त्री उसे जिस आकार में ढालना चाहे, वो उसी आकार का रूप ले लेता हैं! __प्रेम__निराला__ एक स्त्री के प्रेम में पड़ा पुरुष, लुहार के भट्टी में तपता कठोर लोहे की तरह होता हैं, स्त्री चाहे तो उसे किसी भी आकार में बदल सकती हैं! __शाश्वत__प्रेम__ __प्रेम__निराला__