प्रेयसी के व्याकुल नयन तकते हैं चहुंओर किस निर्मोही के प्रेम में बंधी प्रीत की डोर पलकों से टपक रही अविरल अश्रु की धार देख छवि सम्मुख हुई फिर गोरी भावविभोर ©संजय श्रीवास्तव #GateLight