आँख में गिर गया तिनके का टुकड़ा हुई बहुत मुझको फिर पीड़ा कहा मैंने उससे निकल अब बाहर बहुत हो गई आंख से क्रीड़ा, वो बोला रुक जा तू थोड़ा अपनी शक्ति तुझे दिखाऊं बहुत कुचला पैरों से तूने अब तुझे अपना मै प्रकोप दिखाऊं, मैंने उससे मांगी माफी कहा नहीं करूंगा फिर गुस्ताख़ी, बातों से मेरी तिनका हर्षाया तब वह आँख से बाहर आया। #eyes #yourquote #unmuktthewriter #himanshu_agnihotri_quotes #lockdown #lockdowndiary #life #friendship #poetry #Nojoto