सच्चाई है पर सही है। मुत्यु के बाद यही है जीवन का सच पत्नी मकान तक समाज श्मशान तक पुत्र अग्निदान तक ओर केवल आप पुण्य ही भगवान तक(D,RAI) कर्म करो