हर कोई अपना किरदार निभाता है यहाँ, कोई फनकार बन सब को रिझाता है, कोई कलाकार बन सब को नई दुनिया दिखाता है, कोई चित्रकार बन रंगों से नई दुनिया सजाता है, कोई लेखक-लेखिका बन समाज का आइना दिखाता है, और भी किरदार बहुत है जो हर किसी के हिस्से में आते हैं, और हर एक किरदार हमें काफ़ी कुछ सिखाता है। दुनिया को अलग-अलग तरह से परिभाषित किया गया है। यदि आपको इसे सर्कस की तरह परिभाषित करना हो तो कैसे करेंगे? #सर्कस #collab #yqdidi #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi