मन बहुत थका सा है ख्वाबों तले दबा सा है, खुद की तलाश में, सफर जो अधूरा सा है सो सकूं तेरे गोद में सर मिटा सकूं अपने दर्द थके हुए आज लफ्ज़ मेरे लड़खड़ा रहे हैं जज्बात मेरे सुख ना चैन सा, जिंदगी यूं ही बेचैन सा, रात की आगोश में थक गया है नींद सा, मुसीबतों की भीड़ में धैर्य की ही इम्तहान है; मन बहुत थका सा है....!!🌸 @आशुतोष #Life #lesson #thought_of_the_day #midnightthoughts #poem