तैत्तरीय उपनिषद मे लिखा है? आत्मा से आकाश की उत्पत्ति हुईं, आकाश से वायु की, वायु से अग्नि की, अग्नि से जल की,जल से पृथ्वी की, पृथ्वी से औषधि वनस्पतियों की, औषधि से अन्न की, और अन्न से मनुष्य की, अतः मानवी सृस्टि का उत्पादक पृथ्वी ही है गीतों मे भी लिखा है? अदभंति भूतनी पर्जंन्यादन्न सम्भवः