.................. ....................... ©Poetry Of SJT अनुमानित सात वर्ष का प्यार, बस कुछ पल में ही बदल गया, बदल गईं फिर सारी रस्में कस्में, वादों का भी मौसम बदल गया, संग देखे उन ख्वाबों का टूटना, मानो मातम में सब बदल गया, तुम संग जीने की ख्वाहिश थी,