किया वतन को अर्पण अपना परिवार, प्राण और सारा सपना, ऐसे शहीदों के शौर्य का, हो नहीं सकता कोई मोल, कलम आज उनकी जय बोल। बांध कफ़न जो घर से निकले औरों की खातिर ख़ुद को भूले, कर्म को समझा जिन्होंने प्रधान उनकी सेवा सिक्कों में मत तोल, कलम आज उनकी जय बोल। ज़िन्दगी औरों के लिए जीती है त्यौहार तक में छुट्टी नहीं लेती है, उन मातृशक्ति को शत शत प्रणाम मांगती नहीं सम्मान भी जो मुंह खोल, कलम आज उनकी जय बोल।। रामधारी सिंह दिनकर साहित्य के वह सशक्त हस्ताक्षर हैं जिनकी कलम में दिनकर यानी सूर्य के समान चमक थी. 24 अप्रैल यानि की आज उनकी पुण्यतिथि पर उनकी पंक्ति को अपने लफ़्ज़ों से मिलाकर कविता के माध्यम से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पण करने की छोटी सी कोशिश की है मैंने। अगर कोई चूक हुई हो तो क्षमा कीजिएगा। 💐💐🙏🙏 #रामधारी_सिंह_दिनकर #Yqhindi #Reverence #smpoetry #yqbaba #yqdidi #kalam_aaj_unki_jai_bol Best YQ Hindi Quotes YourQuote Didi