माना जरा मिजाज से अपने बेहिसाब बेढंग हूं नाज करता हूं खुद पर क्यों की रंग बदलती दुनिया में आज भी बेरंग हूं प्रतीक बाजपेई माना जरा #मिजाज से अपने #बेहिसाब #बेढंग हूं #नाज करता हूं #खुद पर क्यों की #रंग बदलती #दुनिया में आज भी #बेरंग हूं #प्रतीक #बाजपेई