छोटे बचपन मे उसके बराबर बच्चो के। हाथो में स्कूल के रंग बिरेंगे बेग देखकर। उसके गोरे गोरे लाल हाथो में । ईट से उसके हाथों के ओर लाल हो जाने से। मुझे डर लगता है ऐसे हादसों से। खुद होटल पर खाना खाते वक्त। होटल के बहार अपने छोटे भाई को। गोद मे लेकर करे एक बिखरे बाल के लड़के को देखकर। मेरे बाहर जाते ही खुद के लिए नही। अपने छोटे भाई के लिए कुछ माँगता है। औऱ जब जेब मे टटोल कर कुछ चिलर देता हूं। जिसे भूख क्या प्यास तक नक बुझे। घर आकर फिर डर लगता है मुझे अपने इंसान होने से। मुझे डर लगता है ऐसे हादसों से Written by : wazid ali #NojotoQuote