चाहा है मैने किस कदर तुझे,सिवा मेरे कोई बता नहीं सकती। दिल लुभाने कोआयेंगी बहुत,वफ़ा हर कोई निभा नहीं सकती। जब तक है ये हुस्न,ये जवानी,संग तेरे है हसीनाओं का मेला, ढ़लती जवानी में मुझ सी हमसफ़र,कोई और संग तेरे मुस्कुरा नहीं सकती। ©Sneha Agarwal 'Geet' #सनेहा_अग्रवाल #मैं_अनबूझ_पहेली