ज़िंदगी है जो कि मुख़्तसर है , और तुम्हारी बातें भी जहर है ! बेशुमार जीने की तमन्ना थी मुझें ,, मगर अब तो मर जाने का डर है..!! - आर्या बरेठ ©Aarya bareth #Tanhai #मुख़्तसर का अर्थ है छोटी सी