स्वॅग मेरा देख लो क्या कर लिया मैंने चैन से मैं जी सकूँ सो मर लिया मैंने "दिल में रहता हूँ शहर के" कहता हूँ सब से शहर के सेंटर में जब से घर लिया मैंने ज़िन्दगी के रास्ते हैं जान पाया कौन? जो मुझे बेहतर लगा वो धर लिया मैंने आज मैं ख़ुद ही मुझे अॅबसेंट लिख्खूँगा ठान कर ये मौत का मस्टर लिया मैंने Swag... Killer Swag!!!