जिसका भी चेहरा छिला, अंदर से कोई और निकला। मासूम सा कबूतर नाचा तो मोर निकला। #जिसका भी #चेहरा #छिला, #अंदर से #कोई और #निकला। #मासूम सा #कबूतर नाचा तो #मोर #निकला।