तुम्हे महंगे जूते और महंगी किताब चाहिए, एक गरीब को दो रोटी और एक लिबास चाहिए। खिलौने खेलने की उम्र में खिलौना बेच रहा है, और तुम्हे सब होते हुए भी विलास चाहिए। ऐसे ही हुनर नहीं आता घरौदे में बैठने से, हर चुनौती से गुज़र जाने का अभ्यास चाहिए।। -शिवम् अग्रहरि तुम्हे महंगे जूते और महंगी किताब चाहिए, एक गरीब को दो रोटी और एक लिबास चाहिए। खिलौने खेलने की उम्र में खिलौना बेच रहा है, और तुम्हे सब होते हुए भी विलास चाहिए। ऐसे ही हुनर नहीं आता घरौदे में बैठने से, हर चुनौती से गुज़र जाने का अभ्यास चाहिए।।