बह गए अरमान ऐसे, बाढ़ का पानी बढ़ रहा हो जैसेl अब ये आँसू की धार, यूँ रूकने का नाम नहीं ले रही लीकेज पाइप से बहता पानी हो जैसे l यह किस्मत का खेल, रचने वाले ने इस तरह है रचा मैदान में लगा कोई मेला हो जैसे l अब किस्मत को क्या दोष देना, अपनी भी गलती कभी महसूस हुई ऐसे l आँसू की एक बूँद दरियाओं पर भारी है। #आँसुओंकीधार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi# #rinkumogare #sadquote #sadshayari