कुछ लफ्जो़ में ढा़ल दिल के जज्बात लिखता हूँ आंखों के ख्वाब़ और दिल के अरमां लिखता हूँ अपने सपनो को होते सकार मैं तेरे साथ देखता हूँ हर राह ,हर कदम पर लाडली तेरा साथ चाहता हूँ मुलाकात भले ना हो कभी जीवन में हमारी जान मगर हर सांस में मैं लाडली तेरा एहसास चाहता हूँ वो सपना जो तुझ संग मैं जोड़ चुका हूँ उनका मैं एक खूबसूरत अंजाम लफ्ज में लिखता हूँ मेरे वकालत को जो तुमने मेरा पहचान चुना है उसमें भी मैं बस तेरा साथ चाहता हूँ कोर्ट रूम में पैरवी के दौरान पब्लिक बीच मैं तेरी मुस्कान चाहता हूँ हर एक बहस में जीत पर मेरे तेरा प्यार भरा एहसास तो हार में तेरी डाट चाहता हूँ मेरी फाईलों को संभाल रखना तुम लाडली अपने घर ,कमरे को कानून की किताबों से सजा रखना तुम तैयार होऊं जब कोर्ट के लिए लाडली काली कोट मैं तुझसे पहनना चाहता हूँ चूमों फिर मेरे माथे को काॅलर पर फिर मेरे बैज लगाना थमाना हांथों में फाईल ,बाहर दरवाजे तक लाडली छोड़ने आना काम खत्म करके घर के लाडली तुम भी तैयार हो मेरा हौसला बन अदालत आना 💞कवि के जज़्बात🤗 to be continue.... #जज्बातों_वाली_मोहब्बत