मेरे शहर पे तेरा हक आज भी हैं। वो सकरी सी गली , वो चौड़ी सी सड़क आज भी हैं। हे जिन्दा तेरे लहराते बालो की वो नरम महक , मेरी उंगलियों पे आज भी के तेरी कपकपाती सी वो साँसों की कसक मेरी साँसों में बरकरार आज भी के मेरी दहलीज पे तेरे कदमो की थिरक आज भी हैं जिन्दा मुझमे तू, आज भी के मेरी आँखों में तेरी आँखों की वो झलक आज भी feel by heart ~neer~ breath of memories. #emptiness breath of memories