जब जब हम मिलेंगे और गहरा होता जाऐगा, इस तीन की तिगड़ी भला कौन हिला पाऐगा, ये रंग है अपनी मस्ती की यारी का बाबा ! जब बैठेंगे तीन यार फिर वही माहौल हो जायेगा। एक स्टैट्स से मारेगा, एक अंग्रेजी बाबा बन जायेगा, और एक ट्रेन के छोटे से सफ़र में भी सो जाएगा, ये रंग है तेरे फेफड़े में जमा टार सा दादा ! यूँ ही थोड़ी ना ऐसे वैसे फीका पड़ जायेगा। ये रंगों का मौसम है। रंग अगर चुनना है कोई तो वो दोस्ती का चुनो, प्यार का चुनो। #रंगदोस्तीका #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #guruwanshu #dosti #friendship