कुदरत ने प्यार दिया ही क्यूं? जब जिन्दगी में नफरत भरना ही था। ख्वाब दिखाये ही क्यूं? जब उसे रूठ के जाना ही था। दिल बनाया ही क्यूं? जब उसे तोड़ना ही था। यूं तो हम सभी ग़म सह लेते, पर पर भर की खुशी की आदत हुई ही क्यूं? मुस्कुराने के मौके आए ही क्यूं? जब आंखों में आसूं भरना ही था। जिन्दगी दी ही क्यूं? जब मौत आना ही था। ©smilley #smilley #कुदरत #प्यार #दिल #जिन्दगी #ख्याब