,,,, मेरी मंज़िल है कहा मेरा ठीकाना है कहा, लौट कर सुबह तक मुझे अब जाना है कहा, सोचने के लिए एक रात का मौका दे दे,,,, Mr,, Abhijit ,,हम तेरे शहर में आए है मुसाफ़िर की तरह,, kuch to hai