झुठो का सहर झुठो का दस्तूर हो गया अयना टुट जाने पर मजबूर हो गया महलों में हम ने कितने सितारे सजा दिए लेकिन ज़मीं से चाँद बहुत दूर हो गया Suman Zaniyan ye duniya hai sahab