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तुम्हारी नजरो का नजारा नजर नहीं आता। सब हो गए हैं

तुम्हारी नजरो का नजारा नजर नहीं आता।
सब हो गए हैं राही, रहगुजर नहीं आता।

मेरे शहर का डाकिया भी कंजूस हो चला  है।
आता तो रोज है पर तेरी खबर नहीं लाता।।

©Bablu Ahirwar
  खबर...

खबर... #ज़िन्दगी

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