सुनो, आज दफ्तर से वक़्त पर लौट आना और हाँ, आते वक्त मेरे लिए चाँद भी ले आना अपनी मुट्ठी में भींच कर या फिर किसी डोर से बाँधकर पतंग सा खींचकर, टाँग देना आँगन में लगे बेल के पेड़ पर। सुनो, सुन तो रहे हो न तुम । #चाँद #करवाचौथ #सुनो #लौट_आना #दफ्तर #पतंग #वार्तालाप #yqdidi