नानक है आकाश, नानक सूरज का तेज नानक नानक पैर चले तो रंग जाए रंगरेज नानक नूर का दरया, लहरें लहरें इफ़रात साहिल तैरें डूबने फिर चखे ना रात नानक राह रहीम की, राम रंग की धूनी पैर चले जो चरखा चरखा कात इल्म की पूनी नानक एक आरसी, सच सच्चा लोबान देख सुलग कर आज फ़कीरा कुंदन होए प्राण नानक चादर साज़ सिरहाना, इश्रत अमली सेज नानक नानक पैर चले तो रंग जाए रंगरेज #ek_onkar #एक_ओंकार #BabaNanak_550 #नानकपीर #गुरु_नानक