तुम्हारे गालों पर लगाने की चाह में जो ज़मीन पर गिर गया, इस बरस भी होली का वही बिखरा गुलाल हूँ मैं... #तुम्हारे #गालों पर लगाने की #चाह में जो #ज़मीन पर गिर #गया, इस #बरस भी #होली का वही बिखरा #गुलाल #हूँ #मैं...